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1 दिसम्बर 21 दिल्ली विश्वविद्यालय मे रसायन विज्ञान के प्रो. दीवान सिंह रावत नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज (एफएनएएससी) के फेलो के रूप में चुने गये हैं। वे मूलत: बागेश्वर जनपद के ग्राम रैखोली ताकुला के निवासी है उनकी प्रारम्भिक शिक्षा ताकुला मे व उच्च शिक्षा डी एस वी परिसर कमाऊ विश्वविद्यालय नैनीताल सेे हुई गौरतलब है कि नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज की फेलोशिप विज्ञान के क्षेत्र में सर्वोच्च सम्मान में यह संस्था विज्ञान के क्षेत्र मे सबसे पुरानी संस्थाा है ।इसकी स्थापना 1930 में प्रोफेसर मेघनाथ साहा ने की थी। तब से अब तक विज्ञान के सभी विषयों में केवल 1921 प्रोफेसर व वैज्ञानिक इस अकादमी में फेलो के रूप में चुने गए हैं। प्रो. रावत दिल्ली विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के तीसरे व्यक्ति हैं, ।दिल्ली विश्वविद्यालय के 100 वर्ष के इतिहास में पहली बार यह सम्मान प्रो रावत को प्राप्त हुआ है। वे उत्तराखंड से भी तीसरे व्यक्ति हैं, जिन्हें रसायन विज्ञान में यह सम्मान प्राप्त हुआ है। इससे पूर्व 1977 में डॉ डीएस भाकुनी इस अकादमी म् फैलोशिप के लियो चयनित हुवे ।
प्रो. रावत का विश्व की शीर्ष विद्यान शोध जनरल पत्रिका ‘नेचर’ के वैज्ञानिक रिपोर्टों के एसोसिएट एडीटर के पद पर भी चुनाव हो चुका है वे रॉयल सोसायटी ऑफ कैमिस्ट्री लंदन की अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रिका आरएससी एडवांसेज में भी एसोसिएट एडीटर के रूप में कार्य कर रहे हैं प्रो दिवान सिंह रावत के 135 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित कर चुके है उनकी इस उपलब्ध पर उनके गांव ताकुला में हर्ष का माहौल है वे युवाओं व बिद्यार्थियों के लिये प्रेरणा के प्रतीक है ।