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एक बार फिर से खबर आ रही है कि चाइना से कोरोना एक नई लहर पैदा हो रही है। इसे कोरोना का नया वेरिएंट बताया जा रहा है ,कहा जा रहा है कि जिन लोगों का वैक्सीनेशन हो गया है यह वैरीएंट उनको भी प्रभावित करेगा, यह पुरानी वैरीएंट से ज्यादा खतरनाक है , इससे और ज्यादा लोग प्रभावित होंगे ,।भारत में इस वैरीअंट के तीन मामले सामने आए हैं ।हालांकि तीनों मामले ठीक हो चुके हैं फिर भी स्वास्थ्य मंत्रालय निरंतर स्वास्थ्य महकमे के दुरुस्त कर रहा है, और देश के स्वास्थ्य मंत्री मीडिया में आकर बयान दे रहे हैं कि हमको इस वैरीएंट से सावधान रहना चाहिए। एम्स के चिकित्सक कह रहे हैं कि भारत को इस वेरिएंट से डरने की आवश्यकता नहीं है ।यह भारत में ज्यादा प्रभावी नहीं होगा
जैसा कि पिछले कोरोना काल में लोगों ने देखा कि कई लोगों की नौकरियां चली गई पर कुछ कंपनियां बेहद मुनाफे कमाने मे कामया हुई जिसमें फार्मा कम्पनियां , मोबाइल कंपनियां, दूरसंचार कंपनियां ,तथा पावर कंपनियां प्रमुख है। कैरौना काल के बाद देश में अदानी विश्व के शीर्ष उद्योगपतियों में शामिल हो गएहै । वही देश की कई छोटी मझौली कंपनियां बंद हो गई ।इनके बंद होने से लाखों लोग बेरोजगार हो गए और उन्हें अपनी नौकरियां छोड़नी पड़ी है पूंजी का प्रवाह छोटी छोटी कंपनियों से बड़ी कंपनियों की तरफ हो गया। कोरोना काल में कई कई बैंक अपनी पूंजी गवा बैठे और उनको कुछ बड़े बैंकों में अपने आप को मर्जर करना पड़ा ।यदि देखा जाए तो कैरोना कॉल ,भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ी समस्या बनकर सामने आया ,अब नया वैरीएंट आने से जो अर्थव्यवस्था लौटी है वह फिर से गर्त में चली जाएगी, एक बार फिर से यह अंदेशा है । कोरोना के इस वैरीएंट से लाभ उठाने के लिए सक्षम कंपनियां भी अपना अपनी प्लानिंग करने लगी है। ताकि पिछले कोरोना काल में उठाए गए मुनाफे के बाद इस काल में भी और अधिक मुनाफा कमाया जा सके।यदि लोग सतर्क रहे और सरकार ने चाहा तो तो अर्थब्यवस्था पटरी पर तेजी से लौट सकती है ।