भारतीय मूल की अर्थशास्त्री गीता गोपिनीथन को अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष का प्रथम उप प्रवन्ध निदेशक बनाया गया है यह 187 देशों का संगठन है, जो विश्व में मौद्रिक सहयोग बढ़ाने, वित्तीय स्थिरता लाने, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में मदद करने, अधिक रोजगार तथा सतत् आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन देने और विश्व भर में गरीबी कम करने के लिए काम करता है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष का बुनियादी मिशन अंतर्राष्ट्रीय तंत्र में स्थिरता रखने में मदद करना है। कोष यह काम तीन तरीके से करता है : वैश्विक अर्थव्यवस्था और सदस्य देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर निगरानी रखकर; भुगतान संतुलन में कठिनाई वाले देशों को ऋण देकर और सदस्यों को व्यावहारिक बित्तीय प्रवन्धन का प्रशिक्षण भी देकर । गीतावइस पद पर पहुचने वाली पहली भारतीय मूल की अधिकारी है ।
सुश्री गोपीनाथ अगले वर्ष 2022 मेअपनी यह नई जिम्मेदारी संभालेंगी। वह तीन वर्ष से इस वैश्विक संगठन की मुख्य अर्थशास्त्री हैं। अपनी नई जिम्मेदारी के तहत वह आई एम एफ की तरफ से नीतियों और शोध कार्यों पर निगरानी रखेंगी ताकि संगठन की रिपोर्टों और अन्य प्रकाशित सामग्रियों की गुणवत्ता बनी रहे। अपनी नई जिम्मेदारी के तहत आई एम एफ की तरफ से नीतियों और शोध कार्यों पर निगरानी रखेंगी ताकि संगठन की रिपोर्टों और अन्य प्रकाशित सामग्रियों की गुणवत्ता बनी रहे। वैश्विक स्तर पर आर्थिक सुधारो मे भी उनकू नजर होगी।।
आईएमएफ की महानिदेशक क्रिस्टालिना जार्जिवा ने कहा है कि उन्हें इस बात की खुशी है कि सुश्री गोपीनाथ ने यह जिम्मेदारी संभालने की स्वीकृति दे दी है। सुश्री गोपीनाथ का मुख्य अर्थशास्त्री के पद पर तीन वर्ष का कार्यकाल अगले वर्ष जनवरी में पूरा हो रहा था और इसके बाद वह अमेरिका में पुन: अध्यापन के क्षेत्र में लौटने वालीथी
आईएमएफ की महानिदेशक क्रिस्टालिना जार्जिवा ने कहा है कि उन्हें इस बात की खुशी है कि सुश्री गोपीनाथ ने यह जिम्मेदारी संभालने की स्वीकृति दे दी है। सुश्री गोपीनाथ का मुख्य अर्थशास्त्री के पद पर तीन वर्ष का कार्यकाल अगले वर्ष जनवरी में पूरा हो रहा था और इसके बाद वह अमेरिका में पुन: अध्यापन के क्षेत्र में लौटने वालीथी पर अब नई जिम्मेदारी सभालेंगी