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अंग्रेजों के जमाने मे बना गुजरात का मोरवी पुल के अचानक टूट जाने से पुल में सवार चार सौ लोग नदी में गिर गये , अभी हाल में ही इस फुल की मरम्मत पर दो करो़ड़ रुपये खर्च हुवे थे यह पुल मरम्मत के बाद और खतरनाक बन गया । लोग अब पुल की मरम्मत पर ही सवाल उठा रहे एक अनुमान के तहत पुल में हादसे के समय पांच सौ लोग मौजूद थे ।

घटना पर पी एम नरेन्द्र मोदी ने सी एम गुजरात से घटना पर दुख ब्यक्त करते हुवे जानकारी ली । यह एक झूला पुल था इसकी रस्सिया टूट जाने से इस हादसे का होना बताया जा रहा है ।

इन दिनों देश में भ्रष्टाचार का यह पुल आदर्श उदाहरण है। लोंग सवास कर रहे है कि दे कपोड़ रुपये मरम्मत मे खर्च होंने के बाद यह पुल मौत का पुल कैसे बना । यह घटना रविवार 30अक्टुवर को घटित हुई । इस हादसे में अब तक 84 लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में ज्यादातर बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग हैंयह घटना माच्छू नदी पर हुई यह नवनिर्मित ये केबल पुल पांच दिन पहले ही आवागमन के लिये खोला गया था। ये हादसा शाम 7 बजे हुआ है, उस वक्त पुल पर 500 लोग मौजूद थे. ये सभी का त्योहार मना रहे थे. इस हादसे में करीब 400 लोगों के नदी में डूबने की आशंका है. 170 से अधिक लोगों को अभी तक बचाया गया है.

घटमा के बाद रेस्क्यू के लिये वायुसेना के गरुड़ कमांडो भेजे गए हैं. इसके साथ-साथ गुजरात सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 02822-243300 भी जारी किया है।मोरबी पहुंचने के बाद स्थानीय विधायक व गुजरात सरकार में मंत्री बृजेश मेरजा ने कहा कि अब तक 80 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. मृतकों में 25 से ज्यादा बच्चे हैं.

गुजरात सी एम ओ ने बताया कि भारतीय नौसेना के 50 कर्मियों के साथ NDRF के 3 दस्तें, भारतीय वायुसेना के 30 जवानों के साथ बचाव और राहत अभियान के लिए सेना के 2 कॉलम और फायर ब्रिगेड की 7 टीमें राजकोट, जामनगर, दीव और सुरेंद्रनगर से उन्नत उपकरणों के साथ मोरबी के लिए रवाना हुई. SDRF की 3 और राज्य रिजर्व पुलिस के 2 दस्तें भी बचाव और राहत कार्यों के लिए मोरबी पहुंच रही हैं। गुजरात सरकार ने राहत व बचाव कार्य के लिये पूरे तन्त्व को सक्रिय कर दिया है , निकटवर्ती चिकित्सालय में आयुसेलेशन वार्ड बनाया गया है । इस पुल को नगर पालिका की तरफ से खोलने की अनुमति नही दी थी ।

बताया जा रहा है कि मोरबी के इस झूलते पुल को नगरपालिका से फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं मिला था, लेकिन फिर भी पुल चालू कर दिया गया. संचालक कंपनी ओरेवा ग्रुप पर आरोप है कि उन्होंने ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में ज्यादा टिकट बेचे हैं. एडल्ट के लिए 17 रुपये और बच्चों के लिए 12 रुपये के टिकट बेचे गए हैं. वहीं मोरबी के कलेक्टर ने कहा कि जिला प्रशासन ने कुल 170 लोगों को रेस्क्यू किया है. आसपास के जिलों राजकोट, सुरेंद्रनगर की रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर पहुंच गई हैं. लोगों का अच्छा सहयोग मिल रहा है। बचाव व राहत कार्य जारी है

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