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हरिद्वार 23 दिसम्बर सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान स्वामी आर्यवेश ने आज हरिद्वार पहंच कर गुरुकुल कागडी विश्विविद्यालय हरिद्वार पहंच कर स्वामी श्रद्धानन्द को सभा की ओर से श्रद्धान्जली प्रदान की । तथा विश्वविद्यालय मे कुल पताका फहराई । गुरुल कागड़ी विश्वबिद्यालय की स्थापना 1903 मे स्नामी श्रद्धानन्द ने की थी। यह विश्वविद्यालय देश की आजादी का गवाह रहा यहां से पढकर हजारों लोगो ने अपने जीवन को राष्ट्र को समर्पित कर दिया । इस अवसर पर गुरुकुल कांगडी पहुचें स्वामी आर्यवेश ने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द के विषय मे जितना कहा जाय उतना कम है ।उन्होंने ना केवल धर्म के क्षेत्र ंे काम किया अपितु देश की आजादी मे भी उनके योगदान अविष्मरणीय है । वह सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा का प्रधान होंने के नाते स्वामी श्रद्धानन्द के वलिदान को नमन करते है ।आज ही के दिन 1923 मे एक धर्मान्ध मुस्लिंम अब्दुल रशीद ने स्वामी श्रद्धानन्द की गोली मार कर हत्या करवदी थी उन्होंने कहा कि ल्नामी श्द्धानन्द रे अधूरे कामों के पूर्ँ करने का दायित्व आर्य समाज का है वे इसे चुनोती के रूप मे स्वीकार करते है ।अवसर पर अंकित आर्य उनरे साथ थे ।।