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अल्मोड़ा31दिसम्बर वर्ष 2021 की अन्तिम शाम व 2022 की सुबह अल्मोड़ा पुलिस हुडदग्गियों पर कड़ी नजर बनाये रखने मे कामयाब हुई । वर्ष के अन्तिम दिन शराब की दुकानों मे भारी भीड़ देखी गई मछली , मटन व मुर्गों की दुकानों मे काफी भीड़ देखी हई कसार देवी , गैराड़ मन्दिर चितई मे बहुत से लोग पहुचें , नव वर्ष के स्वागत में यद्यपि सार्वजनिक कार्यक्रम शिमित ही हुवे पर युवाओं द्वारा इसे यादगार बनाने मे कोई कमी नही रखी ।

इतिहास में आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है गैग्रीन यानि गोगोरियन कलेन्डर अंग्रेजों की रादनैतिक विकास यात्रा मे दुनिया भर मे छा गया । यद्यपि वित्तीय कलेन्डर दुनियां भर मे एक अप्रेल से ही मनाया जाता है । किन्तु इस दिवस को अंग्रेजी स्कूल मूर्ख दिवस के रूप मे मनाते है । अब एक अप्रेल अप्रेल फूल के रूप मे बच्चो मे बिशेष प्रसिद्ध है । सनातन धर्म मे यद्यपि चैत्र प्रतिपदा से ही नया पंचांग माना जाता है । देश जब आजाद हुवा तब भारतीय राज्यों मे नव वर्ष मनाने की अलग – अलग परम्परा होंने के कारण देश में कोई सर्वमान्य कलैन्डर लागू नही हुवा । ना ही कोई सर्वमान्य भाषा तय हई। जब हिन्दी को भारत की राज भाषा बनाने की बात हुई तो दक्षिण के राज्य इसका विरोध करने लगे , अन्तत: देश मे आंग्ल भाषा व आंग्ल कलैन्डर ही लागू हुवे जिसे गोगोरियन कलैन्डर कहा जाता है वही भारत का कलैन्डर व अंग्रेजी भाषा ही देश व कौमन बैल्थ देशों की सम्पर्क भाषा है । बिजेताओ का इतिहास तभी मिटता है जब वे अस्तित्व हीन हो जाते है। परन्तु विश्व स्तर पर नव वर्ष प्रतिपदा यानि एक अप्रेल के आसपास ही नव बित्तीय वर्ष मनाने की परम्परा आज भी कायम् है

01 जनवरी से मनाते हैं वह असल में ग्रिगोरियन कैलेंडर का नया साल है. इसके अलावा भी बहुत सारे और कैलेंडर भी चलन में हैं. मगर पूरी दुनिया में ग्रिगोरियन कैलेंडर के अनुसार ही नया साल मनाया जाता है. इस कैलेंडर की शुरुआत 1582 में हुई थी. इस कैलेंडर से पहले रूस का जूलियन कैलेंडर प्रचलन में था. इस कैलेंडर में 10 महीने होते थे तथा कैलेंडर के हिसाब से क्रिसमस एक दिन नहीं आता था. क्रिसमस का एक दिन निश्चित करने के लिए 15 अक्टूबर 1582 को अमेरिका के एलॉयसिस लिलिअस ने ग्रिगोरियन कैलेंडर शुरू किया.

ग्रिगोरियन कैलेंडर के हिसाब से जनवरी साल का पहला महीना है, और साल का अंत दिसंबर में क्रिसमस के गुजरने के बाद होता है. इस कैलेंडर में क्रिसमस हर वर्ष 25 दिसंबर को निश्चित हो गया.

किसी भी कैलेंडर को सूर्य चक्र या चंद्र चक्र की गणना पर आधारित बनाया जाता है. चंद्र चक्र पर बनने वाले कैलेंडर में 354 दिन होते हैं. वहीं, सूर्य चक्र पर बनने वाले कैलेंडर में 365 दिन होते हैं. ग्रिगोरियन कैलेंडर सूर्य चक्र पर  आधारित है । इस कलैन्डर की शुरुवात 15 अक्टुबर 1882 मे गिग्रोरियन नामक पादरी ने की कलैन्डर के अनुसार क्रिस्मस के पांच दिन बाद नव वर्ष मनाने की परम्परा पडी मात्र पांच छ सौ सालो मे इसने राजनैतिक हैसियत के बल पर हजारों सालों की गिनती व पंचांग को मेपथ्य में डाल दिया ।