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अल्मोड़ा 8 जून आज ही के दिन पिछले वर्ष गैरसैण मे सम्पन्न बिधानसभा के सत्र मे उत्तराखण्ड़ की ग्रीष्म कालीन राजधानी गैरसैण घोषित की गई थी , पर यह राजधानी का दुर्भाग्य है कि यहां पर ग्रीष्म कालीन पाजधानी तो बन गई पर कर्मचारियों रे नाम पर कुछ पहरेदार व पुलिस कर्मी ही ग्रीष्म रालीन राजधानी मे तैनात है हैरसैण उत्तराखण्ड़ आन्दोलन की जनभावना से उभऱी पादधानी है पर राजभवन व सचिवालय बन जाने के बाद भी इस राजधानी मे कोई ऐसा अवस्थापना विकास नही हो पाया । इस राजधानी मे पहुचने के लिये हमारी सरकारे एक सुगम मार्ग तक नही बना पाई । बर्तमान मे ग्रीष्म कालीन राजधानी मे एक बिधानसभा सत्र होना था जिसे रोक दिया गया । अब अस्थाई राजधानी दून मे ही सत्र होगा । राजधानी के लिये संघर्षरत रहे लोंग आज भी मुकदमें झेल रहे है । सरकार की तरफ से उन्हें कोई राहत नही है ।

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