97 total views
उत्तराखण्ड़ मे वे वाहन जो दस वर्ष तक सड़को मे दौड चुके है , वे अब दस वर्ष की कार्यावधि के बाज बन्द हो जाईगे यह ब्यवस्था आटों टैक्सियों में लागू की जा रही है , इसके खिलाफ , प्रदेश मे प्राईवेट टैक्सी संचालकों मे आशंता है कि सरकार धीरे -धीरे यह ब्यवस्था उन पर भी लागू करेगी । इसके खिलाफ टैक्सी युनियनों ने सरकार को हड़ताल की चेतावनी दी है तथा कहा है कि विधानसभा सत्र की समाप्ति के बाद सरकार इस पर निर्णय ले । यूनियन रो आशंका है कि सरकार इन टैक्सियों को सड़को से हटाकर ओला जैसी कंम्नियों को बढावा दे सकती है ।
कुमाऊ टैक्सी युनियन ने कहा है कि सरकार ने यह नही सोचा कि ने ब्यावसाई कहां जाईगे जिन्होंने यह ब्यावसाय किया है ।यदि उत्तराखण्ड परिवहन महासंघ हडताल की घोषणा करता है , तो कुमाऊ टैक्सी यूनियन उसमें शामिल होंगी । कुमाऊ टैक्सी महासंघ उत्तराखण्ड के अध्यक्ष ठाकुर सिंह ने इस आशय का ज्ञापन सरकार को रानीखेत मे संयुक्त मजिस्ट्रेट के माध्यम से भिजवाया है ।