153 total views
उत्तराखण्ड अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग श्रेणि दो व तीन की सरकारी सेवाओं में भर्ती के लिये जाना जाता है । आयोग का दर्जा संवैधानिक होने से यह संस्था सरकारी भर्तियों के लिये एक स्वायत्तशाशी संस्था के रूप मे कार्य करती है। संस्था के अपने संवैधानिक अधिकार है । माना जाता है कि संस्था फियर सवैक्शन करती है ।
पूर्व मुख्यमन्त्री भुवन चन्द्र खण्डूरी ने आयोग की चयन प्रक्रियां में धांधली की शिकायतों को देखके हुवे आयोग की चयन प्रक्रिया में साक्षात्कार को स्थगित कर दिया था । उत्तराखण्ड़ के इतिहास मे प्रशासनिक दृष्ठि से खण्डूरी का शासनकाल बेहद खख्त माना जाता है । उस दौर मे कई मेहनतकश छात्र बिना किसी लगाव के सरकारी सेवा में आ गये। वह कर्मचारी बेहतर काम भी कर रहे है ।
उत्तराखण्ड मे खण्डूरी सरकार के जाते ही फिर से आयोग की भर्तियों में साक्षात्कार प्रणाली लागू हुई । इसके तहत टाप सेवन को साक्षात्कार के लिये बुलाया जाता है, जरूरी नही है कि लिखित परिक्षा में प्रथम आने वाला ही टापर निकले, कभी-कभी इस साक्षात्कार के कारण टापर बच्चे से सलैक्शन से बाहर हो जाते है । भुवन चन्द्र खण्डूरी ने इसे गलत माना इसे लिये साक्षात्कार हटाया था । किन्तु साक्षात्कार के हटने से व उनके सख्त रवैये से कई लोग नाराज हो गये वे अपना कार्यकाल पूरा नही कर पाये
इन दिंनो आयोग कई कारणों से विवादित हो रहा है । सबसे बड़ा विवाद पेपर्स लीक विवाद है पेपर्स लीक होने से कई होनहार व मेहनती बच्चे सलेक्ट नही हो पाते है। जिससे मेहनती उम्मीदनारों मे आक्रोश है उनकी जगह जुगाड़ से पेपर पा लेने नालों का सलेक्शन हो जाता है इस प्रकरण के उजागर होने के बाद हुई छापेमारी में करीब आठ लोग गिरफ्तार हुवे है ज्यो -ज्यों जांच का दायरा बढता जा रहा है त्यों -त्यों नये खुलासे हो रहे है । , लोग मांग कर रहे है कि छोटी -छोटी मछलियों को पकडने के बजाय इस परिक्षा के जिम्मेदार अधिकारियों की गिरफ्तारी होनी चाहिये । क्योकि यह उनकी सहमति के बिना यह कैसे संभव है ।
सम्पूर्ण प्रकरण की जांच एस टी एफ कर रही है । अब तक लगभग 47.7 वाख रुपये एस ची एफ मे बरामद कर विये बै आज पुन: दस लाख रुपये मिलने का दावा एस टी एफ कर रही है । कुमाऊ मे एस टी एफ मे उधम सिंह नगर मे एक वरिष्ट पुलिस अधिकारी के गनर से पूछताछ की है । दुसरे आरोपी मनोज जोशी के घर पर भी छापेमारी की है ।
सूत्रों के अनुसार एस टी एफ की टीम कुमाऊ व गढवाल में गहन जांच कर रही है गिरफ्तार किये गये से कई सुराग मिले है, जयजीत आऊटसोर्स कर्मचारी है । ।कई बड़े लोग एस टी एफ की रड़ार पर है ।