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बिहार मे हाल के दिनो मे काफी प्रसिद्ध हो चुके कथावाचक धिरेन्द्र शास्त्री की प्रस्तावित कथा एक सियासी रंग ले चुकी है ,विहार के उप मुख्यमन्त्री व आर जे डी के सर्वेसर्वा तेजस्वी यादव ने पं धिरेन्द्र शास्त्री का विरोध कर इस कथा को धार्मिक कथा से राजनैतिक कथा बनाने का माहौल बना दिया ,कथा का विहार की सत्ताधारी पार्टी बिरोध कर रही है तो बिपक्षी भा ज पा समर्थन कर रही है ।, वही इस कथा को सुरक्षित कराना प्रशासन की मजबूरी है , अभी धिरेन्द्र शास्त्री बिहार नही पहुंचे है पर दोनों तरफ से पुलिस मे एफ आई आर दे दी गई है संविधान मे किसी को भी अपने धर्म के प्रचार प्रसार करने की मनाही नही है , ।किन्तु जिस प्रकार धर्म सत्ता तक पहुंचने की सीढी बन गया है , वह जरूर संविधान की अवहेलना है । धर्म निजि मामला है इसमे सियासत का रंग घोल देने से सरकारे सुरक्षित हो जाती है या फिर उखड़ भी जाती है यह राजनैतिक प्रयोग इशाई देशो से लेतर इश्लामिक देशो तक अब हिन्दु राष्ट की कल्पना तक जा चुका है ।फिलहाल जो ब्यवस्था की जा रही है उस पर सूत्र बकी रहे है कि आयोजन स्थल पर 13 से 17 मई तक दमकल की गाड़ियां और मेडिकल टीम भी तैनात रहेगी जा सके। निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। मेडिकल टीम में डॉक्टरों के साथ पारा मेडिकल स्टॉफ भी रहेंगे दावा किया जा रहा है कि ।कार्यक्रम में 13 से 14 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। आयोजन स्थल पर 3 लाख स्क्वायर फीट में विशेष पंडाल बनाया जा रहा हैतथा 200 बीघा में कार पार्किंग की व्यवस्था की गई है। महाप्रसाद के लिए 60 काउंटर खोले जाएंगे। कथा समिति के लोगों का यह मानना है कि पांच दिवसीय कार्यक्रम के दौरान बिहार के अलावा झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, नेपाल सहित देश के कई राज्यों से भारी संख्या में दर्शनार्थी बागेश्वरी धाम के बाबा को सुनने पहुंचेंगे।
बता दें कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अक्सर हिंदू राष्ट्र की स्थापना की बात करते हैं। इसे लेकर बिहार के मंत्री तेज प्रताप यादव उन्हें चेतावनी भी दे चुके हैं। तेज प्रताप ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को सांप्रदायिक बयानबाजी करने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी। अब तेजप्रताप यादव ने एक बार फिर बाबा बागेश्वरधाम धीरेंद्र शास्त्री के आगमन को लेकर विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि डीएसएस (धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ) हमारा संगठन है। हिंदु-मुस्लिम-सिख-ईसाई हम सब हैं भाई भाई ,
धिरेन्द्र शास्त्री हिन्दु राष्ट्र की मांग कर रहे है , ऐसे दौर मे जब देश के अधिकांस मठ मन्दिर सरकार के नियन्त्रण मे है तब हिन्दु राष्ट्र कैसा होगा इस पर बयान नही आ रहे । , फिलहाल धिरेन्द्र शास्त्री को ये नेता कथावाचक से राजनैतिज्ञ बनाने पर जुटे हुवे है ।

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