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अल्मोड़ा भनोली तहसील के वन पंचायत कफली मैं आग लग जाने पर सफल नहीं चाहिए ग्रामीण में सरपंच के नेतृत्व में हाथ पैरों का उपाय सरपंच ने कुछ शरारती से तो बना रूप बनाया है कि वह जानबूझकर ऐसी को अंजाम देता है जिन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए उन्होंने किसी का नाम नहीं बिना कहा कि बंद हम सब के धरोहर है इनकी रक्षा करना हम सबका दायित्व है वन पंचायत ग्रामीणों की निजी संपत्ति है इसका उपयोग गांव वाले अपने पास की जरूरत को पूरी करने के लिए करते हैं। यह आग सायं चार बजे लगी जो भयानक रूप से जंगल मे फैस गई घटना की सूचना फारेस्ट अधिकारी को दी गई किन्तु उनका कहना था कि वन पंचायत के लिये उनके पास कोई संसाधन नही है ।
इस सम्बन्ध में सूत्रों ने जानकारी दी कि वन विभाग मे फील्ड कर्मचारियों की कमी आग पर नियन्त्रण पाने मे बाधक है , सरपन्च सरस्वती देवी का कहना है कि वन पंचायत की बैठकों मे कई बार प्रस्ताव किये गये है पर वन विभाग वन पंचायतों को कोई सहयोग नही दे रहा ।

आग बुझाने मे सरपन्च सरस्वती देवी , पंकज पाण्ड़े गीता देवी , पुष्पा देवी , दीपी देवी , दिनेश चन्द्र पाण्ड़े ,राधिका देवी ,शिवदत्त पाण्ड़े , राधिका देवी रात्री 11बजे तक आग बुझाते रहे पर अभी भी आग लगी है इस जंगल में बाज बुरूस ,देवदार ,फल्याट , का मिश्रित बन जल कर राख हो गया ।ग्रामीण अभी भी बचे हुवे जंगल को बुझाने का प्रयाश कर रहे है ।

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