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नाबालिक कानूनो का कैसे – कैसे दुरुपयोग कर रहे है ,यह उस समय देखने को मिला जब एक 16वर्षीय युवक 12 साल की बच्ची को गर्भवती करने के बाद जमानत पर रिहा होने पर भी मार डालमे की धमकी देने लगा । सच क्या है कहा नही जा सकता इसी लिये डी एन ए परिक्षण ही बिकल्प है ।इस बालिका के स्वास्थ को लेकर राज्य आन्दोलनकारी व सामाजिक कार्यकर्ता कमला जोशी पिछले कई दिनो से परेशान थी व पुलिस अधिक्षक व जिलाधिकारी से भी मिल चुकी थी । ज्ञातब्य है कि बीते कुछ माह पूर्व रानीखेत तहसील के एक गांव के 16 वर्ष के नाबालिग ने अपने गांव की ही 12 वर्षीया नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया था। दुष्कर्म का पता परिजनों को सात माह बाद चला। बीते अप्रैल माह में स्वजन अपनी बच्ची को लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने बच्ची के लगातार पेट फूलने की बात चिकित्सकों को बताई। जिसके बाद चिकित्सकों ने बताया कि इसके पेट में गर्भ पल रहा है। घटना से बालिका के परिजनों के हाथ पांव फूल गये । जब बालिका से पूछताछ हुई तो उसने युवक का नाम बताया ।जब युवक से जानकारी चाही तो वह परिजनों को धमकाने लगा ।
घटना के बाद स्वजनों ने राजस्व पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। राजस्व पुलिस से मामला भतरौंजखान थाने को ट्रांसफर कर दिया । पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपित को गिरफ्तार किया।
पता चलने पर कमला जोशी सहित कई महिला कार्यकर्ता व राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह भी पुलिस के सम्पर्क मे थी ।
आरोपी युवक द्वारा अपनी नाबालिक उम्र का नाजायज फायदा उठाते हुवे पीड़िता को धमकी दी थी जिसे देखते हुवे पुलिस सुरक्षा के बीच बालिका को अस्पताल मे भर्ती कराया गया जहा उसने एक बालक को जन्म दिया सूत्रों के अनुसार बच्चे का डी एन ए कराकर वास्तविकता का पता लगाया जायेगा । मीड़िया रिपोर्टो के आधार पर कहा गया है कि ।बालिका के परिजनों की काउन्सलिंग की गई है उन्हे आस्वस्त किया गया है कि उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या नही आने दी जायेगी
इधर बच्चे के बारे मे बाल कल्याण समिति फैसला करेगी बच्चे को बाल संरक्षण गृह मे रखा जा सकता है ।
सामाजिक कार्यकर्ता कमला जोशी का कहना है कि यह घटना बताती है कि हमारा समाज किस दिशा मे जा रहा है भलेहि राम राजनीति के केन्द्र में हो पर समाज पिचाशो से भी गिरी हरकतें कर रहा है । कई नाबालिक बच्चियों के साथ बलात्कार की खबरे इन दिनों सुर्खियो मे है । आधुनिकता की चकाचौध मे भी बच्चिया सुरक्षित नही है । मर्यादाये तार -तार हो रही है , राम राजनीति मे खूब उछाले जा रहे है पर आचरण में कही भी नही , ऐसे मे सामाजिक सुरक्षा तार – तार हो रही है ब्यक्ति अपनी सुरक्षा के लिये कानून के बजाय स्वयं पर निर्भर होता जा रहा है ।

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