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श्रमजीवी पत्रकार यूनियन का मंडलीय सम्मेलन हल्द्वानी में संपन्न हुआ इस कार्यक्रम में सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुवे कार्यक्रम में श्रमजीवी पत्रकार यूनियन से संबंध सदस्यों नें पत्रकारों की समस्याओं से सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी को अवगत कराया ।इस सम्मेलन में पत्रकारों की मान्यता को और सिथिल करने, तथा उनको चिकित्सा सुविधा पूर्ववत उपलब्ध कराए जाने पत्रकारों का सामूहिक बीमा कराए जाने तथा उनकी समस्याओं के समाधान के लिए पूर्व में गठित समितियों को पुनर्जीवित करने की मांग की गई ।पत्रकारों ने कहा की कौरोना काल में सरकार द्वारा कोरोना बारियर्स को आर्थिक सुविधाएं प्रदान की गई किंतु पत्रकारों को इससे महरूम रखा गया उत्तराखंड राज्य आंदोलन में भी पत्रकारों की प्रमुख भूमिका रही किंतु उनको आंदोलनकारी का दर्जा नहीं दिया गया पत्रकारों को केवल उपयोग करने के बाद उनके कार्यों को नजरअंदाज किया जा रहा सम्मेलन में पत्रकारों ने अपनी समस्या को उजागर करते हुए कहा के पत्रकार जिस भी अपराधी के खिलाफ खबरों का प्रकाशन करते हैं ।सामान्यतः वह उनके विरुद्ध हो जाता है वे अभियान चलाने लगते हैं पत्रकारों ने कहा की निष्पक्ष जांच के उपरांत ही पत्रकारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए ।अन्यथा कोई भी पत्रकार निष्पक्ष खबरें प्रकाशित करने से आपने आपको अक्षम महसूस करेगा ।पत्रकारों ने कहा कि आजकल यह सामान्य बात हो गई है कि केवल अपराधी ही नहीं बल्कि अधिकारी भी अपने खिलाफ प्रकाशित होने वाले समाचारों से नाराज होकर पत्रकारों को लपेटने का अवसर ढूंढते रहते हैं ।ऐसे में पत्रकारों के हित में बनाई गई स्थाई समितियों को पुनः क्रियाशील किया जाए। श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के महासचिव विश्वजीत नेगी ने कहा की सूचना महानिदेशालय के स्तर पर पत्रकारों की जो भी समस्याएं निलंबित है षमहानिदेशालय उनका त्वरित संज्ञान लेगा इस अवसर पर सूचना निदेशक बंशीधर तिवारी ने पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी हर समस्या का समाधान किया जाएगा। जिसमें पेंशन प्रकरण मान्यता प्रकरण विज्ञापन प्रकरण तथा पोर्टल संबंधी प्रकरण शामिल है। कार्यक्रम में श्रमजीवी पत्रकार यूनियन अल्मोड़ा के जिलाध्यक्ष सुरेश तिवारी ने भी जनपद के पत्रकारों की समस्याओं से महानिदेशक को अवगत कराया। उन्होंने कहा की मान्यता प्रकरणों में यदि कोई पत्र प्रतिपूर्ति की आवश्यकता हो तो पत्रकारों को उसके लिए समय दिया जाना चाहिए ।महामंत्री दयाकृष्ण कांडपाल ने कहा कि राज्य आंदोलन में पत्रकारों की एक बड़ी भूमिका रही किंतु पत्रकारों को उनकी स रिकॉग्नाइज नहीं किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश भर के विविध जनपदों से आए हुए पत्रकारों ने आप भी बातचीत रखी।

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