174 total views
अल्मोड़ा 1 अगस्त चमोली के हेलंग मे घस्यारी महिवाओं के उत्पीडन की घटना के बिरोध मे आज हेलंग सॆघर्ष समिति के आह्वान पर उत्तराखण्ड़ लोक वाहिनी ने , नारेबाजी के साथ – साथ एक संगोष्छी आयोजित की।
इस संगोष्ठी में हेलंग मे स्थानीय प्रशासन की शह पर हेलंग की घसियारियों के साथ अभद्रता करने उनसे घास छीनने व उनके परम्परागत बन क्षेत्र मे बिद्युत कम्पनी द्वारा मलुवा फेके जाने पर चमोली के जिला प्रशासन को हटाकर घटना की निष्पक्ष जांच करने,की मांग की गई ।
कहा गया कि वन पंचायत नियमावली व वनाधिकार कानून 2006 के प्राविधानों की अवहेलना करते हुवे बन भूमि पर टी एस डी सी द्वारा ली हई स्वीकृति को रद्द करते हुवे अबैध रूप से पेड़ काटने वालो के खिलाफ कार्यवाही करने तथा टी एस डी सी के बिरुद्ध अवैधानिक रूप से मलुड़ा डाले जाने के आरोपों की जांच सहित समस्थ प्रकरणों की जांच किसी उच्च न्यायालय के सेवानिबृत न्यायधीस की अध्यक्षता मे कमेटी बनाकर कराई जाने की मांगे उठाई गई ।
इस अवसर पर विस्तार से अपनी बात रखते हुवे वरिष्ट अधिवक्ता व उ लो वा नेता एड जगत रौतेला ने कहा कि उत्तराखण्ड़ के लिये यहां की मातृ शक्ति ने अपने माथे पर गोलिया खाई ।आज स्थानीय चमोली जिला प्रशासन उनकी आवाज दबाने की कोशिस कर रहा है । पूरन चन्द्र तिवारी ने कहा कि उत्तराखण्ड़ मे राज्य बनने का सुख मातृ शक्ति को नही मिला ,अब उन्हे घास व चारापत्ती लेने से भी रोका जा रहा है । अजय मित्र बिष्ट ने कहा कि राज्य मे बड़े बांध बिनाश की पटकथा ही लिखेंगे इसके स्थान पर छोटे बांध बनाये जाय । जंगबहादुर थापा ने हेलंग घटना की पुरजोर निन्दा की । कार्यक्रम की अध्यक्षता रेवती बिष्ट व संचालन दयाकृष्ण काण्ड़पाल ने किया । इस अवसर पर रेवती बिष्ट , पूरन चन्द्र तिवारी , एड जगत रौतेला , कुणाल तिवारी , अजय मेहता हारिस मुहम्मद मुहम्मद , पूरन चन्द्र तिवारी , अजय मित्र बिष्ट , एड जगत रौतेला , दयाकृष्ण काण्ड़पाल जंगबहादुर थापा , कलावती तिनारी विशन दत्त जोशी आदि उपस्थित थे ।