एक बार घर से बाहर कदम क्या रखा कुछ हमदर्द चेहरे शहानुभूति बटोर कर लड़कियों को अपने चंगुल में ऐसे फंसा लेते है कि उनका बाहर निकलना उनके व उनके परिजमों के लिये ही अभिशाप बन जाता है । हर इंसान को अपने भविष्य के लिये ना केवल रोजगार की जरूरत है अपितु घर से बाहर निकलते ही किसी हमशफर की भी । नौकरियों के नाम पर ले जाई जा रही कुछ लड़किया समझ ही नही पाती कि उनके साथ क्या हो रहा है ऐसी ही एक कहानी में नर्सिंग करने के दौरान ही पहाड़ की एक बालिका को उसके पुरुष मित्र झांसा देते है कि वह उसे नर्सिग के साथ सरकारी नौकरी की भी ब्यवस्था करा देंगे लड़की अपने मां को यकीन दिला देती है कि वह पढाई के साथ ही जौब भी करने लगी है । कुछ दिनों के लिये लड़की को किसी प्राईवेट अस्पकाल में जौब दे दी जाती है वह पढाई भी कर रही होती है, रिजल्ड क्या हुवा अनपढ अभिवाहकों को कुछ भी नही पता ।पर लड़की नर्सिंग की ड्रेस में फोटों ही नही बल्कि घर के रिस्तेदारों को बीडियों कौल करके भी यकीन दिला देती है कि वह सरकारी नौकरी कर रही है उसे पचास हजार सेलरी मिल रही है , पर वह चार साल से अपने घर नही आई, अपने पर कभी-कभी – घर वालों को फौन करती है कि उसके ए टी एम से पैसे नही निकल रहे , कुछ पेमेन्ट आन लाईन कर दो ,परिजन ऐसा कर भी देते है । मां बाप को यकीन दिलाने के लिये नकली पे स्लिप व बैक अकाउण्ड़ की प्रतिकृति बनाकर दे देती है। लड़की ठगी का शिकार हुई , अब वह अपने परिवार को ठग रही है ।उसे सहानुभूति बटोरने वाले बांय फ्रेन्ड ने अपने जाल मे पूरी तरह फंसा लिया । परिजन जब लड़की के बताये हुवे अस्पताल में पहुंचे तो अल्पताल के सूत्रों ने बताया ये काम करते थे पर अब नौकरी छोड चुके है । परिजनों के पैरों की जमीन खिसक गई ,लड़की सरकारी अस्पताल मे सरकारी नौकरी मे होना बता रही थी किन्तु उसके बताये पते में पहुंचने के बाद भी वह अपने परिजनों से मिलने को तैयार नही थी परिजनों का शक और गहरा गया । एफ आई आर की गई तो लिभ इन रिलेशनसिप मे लड़की के साथ रहने वाले लडके से पुलिस ने बात की उसकी लोकेशन पर पुलिस ने छापेमारी की तो शातिर ने सिम व फौन ही बन्द कर दिया लडकी को भी ऐसा करने को कहा गया उसने सिम बन्द कर दिया पुलिस ने जांच की तो पता चला कि लड़का अलग – अलग छ सिम का इस्तेमाल कर रहा है परिजनों ने एफ आई आर करा दी पर अभी तक दोनों मे से कोई भी नही पकड़ा गया है ।लड़की में इतना शाहस नही कि घर वालों को बता सके कि उसके साथ क्या हो रहा है ना ही वह पुलिस के सामने ही आ रही है । यह भी नही बता रही कि उसने इस लड़के से बिवाह कर लिया है ।एक प्रकार से वह लड़की भी अपने बौय फैन्ड़ के अपराधों में शामिल हो चुकी है। बौय फैन्ड के घर वालों ने बताया कि वह लड़का शादी सुधा है । उसके दो बच्चें व एक पत्नी है लड़की नौकरी के नाम पर लड़के के चंगुल मे फंसी है । एक झूठ को छिपाने के लिये लड़की चार साल से लगातार झूठ बोल रही है ।
शास्त्रों मे कहा गया है कि वालिकाओं को अकेला नही छोडना चाहिये कोई ना कोई संरक्षण अवश्य होना चाहिये, माता – पिता को भी यह सुनिश्चित कर लेना चाहिये कि उनकी बेटी किस संस्थान में सेवा कर रही है । कई लोग एक योजनाबद्ध तरीके से लड़कियों को अपने चंगुल मे ही नही फँसा रहे अपितु अपने अपराधों मे शामिल भी कर रहे है । उनका शारिरिक शोषण व नशे का आदि बनाकर मनवांछित काम करा रहे है । किसी भी बालिक को अपने अनुसार जीवन जीने का अधिकार है, पर कानून के जानकार उस बालिग के अपराधों मे घर वालों को भी जिम्मेदार ठहराने लगे है यू पी में बुल्ड़ोजर संस्कृति इसका उदाहरण है, अपराधियों के अपराध की सजा उनके घरवालों को तब मिल जाती है जब घर में ही बुल्ड़ोजर चल जाता है । इसी लिये नौकरी के नाम पर बाहर जा रही लडकियो व उनके माता पिता को भी सावधान रहने की जरूरत है ।
अंकिता के साथ भी ऐसा ही हुवा था दस बारह हजार की नौकरी के बदले नियोक्ताओं पर आरोप है कि वे उसके जिस्म का सौदा करने लगे थे , अंकिता ने अपनी कहानी अपने पुरुष मित्रों को बताई पर अपने जन्म दात्री माता व पिता को नही बताई आरोप है अंकिता को नहर मे धकेल दिया गया ताकि गुनिया सच्चाई ना जान सके। अब भी जांच ऐजेन्सी पर आरोप लग रहे बै कि सबूत नस्ट किये जा रहे है अंकिता मर गई पर माता पिता को एक गहरा दख्म दे गई