सामान्यत: वयस्क महिलाओ द्वारा सामान्यत: पुरुषों पर यह आरेप लगाया जाता है कि उनके साथ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया गया इस सम्बन्द मे मुम्मई हाईकोर्ट , इस मामले मे एक महिला की शिकायत का यह कहते हुवे निस्तारण कर दिया कि आपसी सहमति से बनाये गये रिस्ते दुष्कर्म की श्रेणि मे नही आते । यह मीमला 2015 का था , इस मामले मे 67 साल के एक ब्यक्ति को लूट के मामले मे बरी कर दिया ,
मुम्मई उत्च न्यायालय का यह फैसला देश मे एक ऐतिहासिक फैसले के रूप मे देखा जा रहा है चूंकि गेश मे अधिरांश मामलो मे शादी का झांसा गेकर दुष्कर्म का आरोप लगाया जाता है ।अधिकांश मामलों मे आपसी सहमति से सम्बन्ध बनते है फिर दुष्कर्म का आरोप लगाया जाता है। पुरुष पर गैगरेप का आरोप लगाया जाता है वह जेल चला जाता है।