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अल्मोड़ा 30 जुलाई दुगालखोला दुर्गा देवी मंदिर के नीचे मोटर मार्ग के किनारे पर स्थित पंडित षष्टीदत्त शर्मा जी के मकान में 9 दिनों तक चलने वाले देवी महापुराण भागवत कथा के दूसरे दिन व्यास स्वरूप कथा वाचक पंडित ने देवी अम्बिका की महिमा का वर्णन करते हुए मधु कैटभ दैत्यों के संहार तथा शुक देव के जन्म की कथा का वाचन किया उन्होंने बताया कि पृथ्वी का नाम मैंदनी कैसे पड़ा उन्होंने भागवत कथा का वाचन करते हुए .शास्त्रों के अनुसार माता पिता के स्थान को सबमें सर्वोच्च बताया है देवताओं से भी उच्चा स्थान माता पिता को दिया गया है उन्होंने आज बच्चों में इस प्रकार के संस्कार कम होना शास्त्रों के अध्ययन में कमी होना बताया व्यास जी ने बताया कि सावन के माह में देवी भागवत के महात्म्य को सुनना बड़ा मोक्ष दायक है भारत भूमि की महिमा का वर्णन करते हुए इस भूमि को स्वर्ण से भीउच्चा बताया जहाँ पर वेदो की उत्पत्ति हुई हैं. भागवत में स्थानीय बहुत संख्या में महिला पुरुष उपस्थित थे

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