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दिल्ली अणुव्रत विश्व भारती सोसाइटी के तत्वावधान में मुंबई में आयोजित अणुव्रत लेखक सम्मेलन में अपनी बात रखते हुए बालप्रहरी संपादक उदय किरौला ने स्वस्थ समाज निर्माण के लिए बच्चों के लिए मानवीय मूल्य तथा सामाजिक सरोकारों से ओतप्रोत साहित्य लिखे जाने की बात कही । उन्होंने कहा कि आज के दौर में बच्चों को बचपन से ही संस्कारों से जोड़ने की जरुरत है । अणुव्रत प्रभारी मुनि श्री मुनिन कुमार जी, गांधी शांति प्रतिष्ठान दिल्ली के अध्यक्ष कुमार प्रशांत, बच्चों का देश पत्रिका के संपादक संचय जैन, प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ नागेश पांडे , डॉ चेतना उपाध्याय , मनोहर चमोली ‘मनु’, दीनदयाल शर्मा ,लता अग्रवाल ,सीताराम पांडेय, किशोर श्रीवास्तव आदि ने अलग अलग सत्रों में अपने विचार रखे। अणुव्रत लेखक सम्मेलन का समापन कल होगा।
जैन समाज के पूज्य अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण के चातुर्मास प्रवास स्थल नंदन वन, मुंबई में विगत 4 माह से संचालित किडजोन में बालप्रहरी संपादक उदय किरौला 18 व 19 नवंबर को देश के विभिन्न राज्यों से आए बच्चों के साथ विभिन्न गतिविधियां करेंगे ।