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अल्मोड़ा उ प पा अध्यक्ष पी सी तिवारी ने उत्तराखण्ड के बडे राजनैतिक दलों पर आरोप लगाया कि सभी बड़े राजनैतिक दलों मे जगदीश हत्याकाण्ड पर चुप्पी साध ली अंकिता हत्याकाण्ड पर भी सवाल उठाते हुवे पी सी तिवारी ने कहा कि प्रकरण मे पहले हील -हवाली फिर बुल्डोजर चलाकर सबूत नष्ट करना एक तानाशाही है । जगदीश व अंकिता हत्याकाण्ड में समानता यह है कि दोनों ही मामलों में नव धनाढ्य वर्ग की तानाशाही है। इस पर भी आवाज ना उठाना बड़े राजनैतिक दलों की जातिवादी मानसिकता को दर्शाता है ।
पी सी तिवारी ने कहा कि केवल पटवारी ही कमजोर नही है बल्कि पुलिस के हालात भी कोई बेहतर नहीं है। नैनीसार में जब बाउन्सर बुलाये गये तो उसकी शिकायत जिला प्रशासन से की गई पर कोई कार्यवाही नहीं हुई , उत्तराखण्ड में दोनों ही राजनैतिक दलों की जुगलबन्दी है । इसी क्रम में 27 सितम्बर को आँखे खोलो चुप्पी तोड़ो रैली होगी जिसकी तैयारियां की जा रही हैं ।
पी सी तिवारी मे कहा कि पहाड़ो मे असीमित जमीन खरीदने की छूट ने यहाँ के तानेबाने को समाप्त कर दिया है । सरकारे हर मुद्दे को जातिवाद व साम्प्रदायिकता की तरफ मोड़ दिये जाते है । पहाड़ो मे जो भी अपराध हो रहे है उसमें बडे -बड़े लोग शामिल है । आँखे खोलो चुप्पी तोड़ो रैली मे ये सवाल उछाये जाईगे । इस रैली मे बहुत से इलाकों से लोग आ रहे है ।
अपराध होने पर निस्पक्ष जांच जरूरी है रेता , पत्थर , खनन नौकरियों में घोटाले लिप्त लोगों की पहचान जनता को अवश्य होनी चाहिये । इस अवसर पर पी सी तिनारी के अलावा जे सी, नारायण राम भारती पाण्ड़े आदि मौजूद थे ।