43 total views
यों तो राजनीति में कई नेता सक्रिय रहते है कुछ पीढियों से राजनीति में है को कुछ नये -नये अवतारी पुरुष है , पर देशकी संसद मे एक मात्र ऐसा नेता है जो आज भी राजनीति को ब्यावसाय नही सेवा मानता है वह अकेला नेता सांसदों को बेतन लेने देने का बिरोधी है और कई बार चुनाव जीतने के बाद भी ना तो वह बेतन लेता है ना ही उसके पास अपना कोई घर है ,,उसके परिवार पर गंम्भीर आरोप लगाये जाते है ,
पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ऐसे ही नेता है जो सांसदों को दिये जा रहे बेतन के खिलाफ निजि बिल लाये पर उस पर चर्चा ही नही हुई वरुण गांधी ने राजनैतिक भ्रष्टाचार पर प्रहार करते हुवे कहा कि वे लोग जिनकी यह हैसियत तक नही थी कि वह उनकी चप्पल उठा सके वह पांच – पांच मर्शिड़ीज कार ले कर घूम रहे है , किन्तु तीन बार सांसद बनने के बाद भी वे साधारण घर में रहते है । और उनका अपना कोई निजि घर नही है । यह सोचनीय बात है कि इतनी मर्शिड़ीज कार ये नेता कहा से ला रहे है वरुण गाँधी के नाना व दादी देश के प्रधानमन्त्री रह चुके है ।
वरुण गांधी पीलीभीत में एक जनसभा को संम्बोधित कर रहे थे उन्होंने भ्रष्टाचार पर सवाल उठाते हुने कहा कि बिना लक्ष्मी दर्शन के काम कराना कठिन है ।