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अल्मोड़ा जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जल शक्ति अभियान ‘‘कैच द रेन अभियान‘‘ के तहत संयुक्त सचिव एवं वित्त सलाहकार, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार राजेश सिंह तथा तकनीकी अधिकारी, केन्द्रीय भूजल बोर्ड इबादुर रहमान द्वारा जिलाधिकारी एवं सम्बन्धित जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ विकास भवन सभागार में समीक्षा बैठक की गई ।

यह बैठक जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जल शक्ति अभियान ‘‘कैच द रेन अभियान‘‘ के तहत संयुक्त सचिव एवं वित्त सलाहकार, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार राजेश सिंह की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ कैच द रेन अभियान व कोसी पुर्नजनन अभियान के अन्तर्गत जल संरक्षण हेतु किये गये कार्याें की क्रमवार समीक्षा की।
इस दौरान पेयजल निगम व जल संस्थान, सिंचाई विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के अन्तर्गत किये गये कार्यों की जानकारी संयुक्त सचिव को दी। अधिकारियों द्वारा बताया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत जनपद में हर घर जल-हर घर नल के तहत 70 प्रतिशत लोगों को पानी के कनैक्शन दिये जा चुके है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत जो गॉव अभी छूट चुके है उन गॉवों में इस योजना का कार्य गतिमान है। संयुक्त सचिव ने सभी विभागीय अधिकारियों से कहा कि इस कार्य में जहां वन भूमि हस्तान्तरण के मामले लंबित है उसके लिये भारत सरकार से समय-समय पर पत्राचार किया जाय ताकि वर्ष 2024 तक इस योजना का लाभ सभी लोगों को दिया जा सके।
बैठक में कोसी पुर्नजनन अभियान समन्वयक शिवेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा पावर पांइट के माध्यम से कोसी पुर्नजनन अभियान के अन्तर्गत जल संरक्षण हेतु किये गये कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोसी पुर्नजनन अभियान के अन्तर्गत जल संरक्षण हेतु लगातार किये गये कार्याें से कोसी नदी के जल स्तर में बढ़ोत्तरी हो रही है। उन्होंने बताया कि कोसी क्लीनअप अभियान के तहत 51 किलोमीटर के अन्तर्गत एक दिन के भीतर 28 टन कूड़ा एकत्र किया गया। उन्होंने बताया कि विकास खण्ड धौलादेवी में स्थित ग्राम पंचायत धसपड़ द्वारा कराये गये जल संवर्धन संरक्षण एवं संकलन सम्बन्धी कार्यों हेतु वर्ष 2020 में तीसरे राष्ट्रीय जल पुरस्कार से केन्द्रीय मंत्री, जल शक्ति मंत्रालय की ओर से पुस्कार दिया है। कोसी पुर्नजनन अभियान समन्वयक ने बताया कि जनपद मंे जल संरक्षण हेतु जनपद की सभी मुख्य व सहायक नदियों सहित गधेरों अन्य रिचार्ज जोनों को जल संरक्षण हेतु संरक्षित करने का कार्य वर्तमान में जारी है।
इस दौरान संयुक्त सचिव एवं वित्त सलाहकार, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार राजेश सिंह ने कहा कि हमें जल संरक्षण के लिये ग्राम पंचायतों सहित आम जनमानस को जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि हमें जल संरक्षण के कार्यों और अधिक प्रभावी बनने हेतु कार्ययोजना बनानी होगी। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर नल-हर घर जल का कार्य तो किया जा चुका है मगर इन नलों मंे पानी बना रहे इसके लिये हमंे जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देना होगा।
संयुक्त सचिव ने कहा कि जिस प्रकार से जिला प्रशासन द्वारा जल संरक्षण हेतु जमीनी स्तर पर काफी होमवर्क व डाटा एनालिसिस का जो कार्य किया गया है इस कार्य को देखते हुये इनका चयन लिम्का बुक के लिये हो सकता है। उन्होंने कहा कि जनपद में 05 नदियों का अलग-अलग जोन निर्धारित किये गये है इस हेतु जल संरक्षण का कार्य किया जाना है। उन्होंने कहा कि जल शक्ति केन्द्र को और अधिक मजबूत बनाने का प्रयास किया जाय। उन्हांेने कहा कि विगत 04 माह बाद जल संरक्षण हेतु जो कार्य किये जायेंगे उन कार्याें की फिर से समीक्षा की जायेगी।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह ने संयुक्त सचिव एवं वित्त सलाहकार, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार को जनपद में जल संरक्षण, संर्वद्धन हेतु किये कार्याें के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर केन्द्रीय भूजल बोर्ड इबादुर रहमान, परियोजना निदेशक चन्द्रा फर्ल्याल सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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