123 total views

अल्मोड़ा, 16 दिसंबर भारत एवं पाकिस्तान के बीच दिसंबर 1971 में(पूर्वी पाकिस्तान बंगलादेश) लड़ाई लड़ी गई थी। भारतीय फौज ने 14 दिन के भीषण युद्ध के दौरान अपने अदम्य साहस एवं बलिदान से पाकिस्तानी फौज को पराजित किया था। इस लड़ाई में अल्मोड़ा के 25 जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। भारतीय सेना के इस अदम्य साहस एवं वीरता की याद में पूरे देश में प्रतिवर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाने का संकल्प लिया गया था। इसी उपलक्ष में आज विजय दिवस की 51वीं वर्षगॉठ का आयोजन शहीद स्मारक, छावनी क्षेत्र में बड़े धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर जनपद अल्मोड़ा के शहीद स्मारक छावनी क्षेत्र में मुख्य अतिथि नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार राय, अपर जिलाधिकारी सी0एस0 मर्तोलिया, गैरीसन अल्मोड़ा के सैन्य अधिकारी सूबेदार मेजर देवी सिंह ने शहीद स्मारक में शहीदांे को पुष्पचक्र व श्रद्धा सुमन अर्पित किये। गैरीसन अल्मोड़ा के सैन्य टुकड़ी के जवानों द्वारा शहीदों को सलामी दी गयी। इसके उपरान्त शहीदों के सम्मान में 2 मिनट का मौन रखा गया। इस समारोह में मुख्य अतिथि प्रकाश चन्द्र जोशी द्वारा वीर नारियों एवं वीर सेनानीयों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रकाश चंद्र जोशी ने कहा कि जिस तरह से सर्दी एवं गर्मी तथा सभी विषम परिस्थितियों की परवाह किए बिना सेना के जवान हम सबको सुरक्षित रखते हैं, उससे हम सभी को सीख लेनी चाहिए तथा देश सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सभी उन जाबांज योद्धाओं के ऋणी हैं, जिन्होंने अपने प्राणों को बलिदान कर हमें सुरक्षित रखा है। इस दौरान अपरजिलाधिकारी सीएस मर्तोलिया ने भी वीरों को सहादत को याद करते हुए उनके बलिदान को हमेशा याद रखने की बात कही।
इस अवसर पर सैनिक कल्याण विभाग के सहायक अधिकारी हीरा सिंह, प्रशासनिक अधिकारी हरीश सिंह, महेन्द्र सिंह मेहरा, महिपाल सिंह बिष्ट, पूरन चन्द्र लोहनी, राजकुमार बिष्ट, कैलाश चन्द्र काण्डपाल, हेमन्त लाल वर्मा, देवेन्द्र कुमार, मदन सिंह, चम्पा देवी सहित जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.