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महिला सुरक्षा के प्रति संवेदनशील है अल्मोड़ा
पुलिस विगत 06 माह में जनपद पुलिस ने 33 गुमशुदा महिलाओं/बालिकाओं को तलाश कर लौटायी परिजनों की मुस्कान

श्री प्रदीप कुमार राय, एसएसपी अल्मोड़ा ने जनपद पुलिस की कमान सभालते ही साईबर अपराध, नशा उन्मूलन व महिला सुरक्षा को प्राथमिकता में रखा था। थाना प्रभारियों के साथ शान्ति, कानून, यातायात व्यवस्था व अपराध नियन्त्रण जैसे मुद्दो पर चर्चा हेतु रखी मीटिंग में, क्राईम रिकार्ड की समीक्षा की तो देखा की जनपद में महिलाओं व बालिकाओं के गुमशुदा होने का सिलसिला कुछ ज्यादा ही है।
जनपद व थाना स्तर पर गठित एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को सक्रिय रहकर महिला अपराध/मानव तस्करी के मामलों में प्रभावी कार्यवाही व थाना प्रभारियों को स्पष्ट तौर पर कड़े लहजे में निर्देशित किया कि महिलाओं व बालिकाओं के गुमशुदगी के मामलों में तत्काल कार्यवाही कर जल्द से जल्द बरामद कर आवश्यक कानूनी कार्यवाही करेंगे।
इसी के परिणामस्वरुप विगत 06 माँह में जनपद पुलिस ने तत्काल एक्शन लेकर 33 गुमशुदा महिलाओं/बालिकाओं को अल्प समय में ही बरामद किया गया है।

इनमें से कुछ खास चर्चित मामले ये रहे-
मामला सोमेश्वर थाना क्षेत्र का था, 01 नाबालिग बालिका जो स्कूल से घर के लिए निकली लेकिन समय से घर नही पहुची, थाना सोमेश्वर व चौकी बग्वालीपोखर पुलिस ने सूचना मिलते ही तत्परता दिखाकर मात्र 01 घण्टे के भीतर बालिका को सकुशल बरामद किया।


ऐसा ही 02 मामले थाना लमगड़ा व दन्या थाना क्षेत्र के थे, लमगड़ा में नाबालिग बालिका व दन्या में गुमशुदा महिला को पुलिस टीम द्वारा रात्रि में जंगल में कांबिंग कर दोनों गुमशुदाओं को मात्र 04 घण्टों के भीतर सकुशल बरामद किया। *एसएसपी अल्मोड़ा के कुशल नेतृत्व* में जहा एक ओर गुमशुदाओं की बरामदगी की कार्यवाही जोरों से हो रही है वही दूसरी तरफ जनपद पुलिस द्वारा *वृह्द स्तर पर स्कूल/कालेजों व गाँव/मोहल्लो में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कर घरेलू/कामकाजी महिलाओं व अध्ययनरत बालिकाओं को उनके प्रति होने विभिन्न अपराधों “यौन उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, छेडछाड़, छीटाकसी, मानव तस्करी” आदि अपराधों से सजग करते हुए सुरक्षा के उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी* दी जा रही है। स्कूली छात्राओं की सुरक्षा के दृष्टिगत स्कूल/काँलेज के आस-पास खुलने व बंद होने के समय पुलिस टीम भेजकर उनमें सुरक्षा की भावना जागृत करने के साथ-साथ *प्रतिदिन निरन्तर गश्त में रहकर मनचलों, अराजक/शरारती तत्वों पर कड़ी नजर* रखी जा रही है। घरेलू व कामकाजी महिलाओं व स्कूल/काँलेज की छात्राओं को *पुलिस हेल्प लाईन नम्बर डायल 112, 1090 व 1098 के साथ-साथ उत्तराखण्ड पुलिस एप के गौरा शक्ति ई-कम्पलेन* की सुविधाओं के बारे में

जानकारी देकर किसी भी समस्या/शिकायत पर तत्काल इनके माध्यम से सहायता प्राप्त करने हेतु जागरुक किया जा रहा है।
महिला अपराधों में मा0न्यायालय में ट्रायल के दौरान भी प्रभावी पैरवी हेतु केस आँफिसर नियुक्त किये जाएगें।

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