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अल्मोड़ा, 1 नवंबर मानस खंड कोरिडोर के अंतर्गत तैयार होने वाले प्रस्तावों की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी वंदना की अध्यक्षता में नवीन कलेक्ट्रेट में आयोजित की गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि संबंधित विभाग विभिन्न कार्यों के प्रस्ताव संयुक्त रूप से तैयार करें। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि प्रथम प्राथमिकता में लिए गए मंदिरों (कसारदेवी, जागेश्वर, चितई, दूनागिरी, झांकर सैम तथा नंदादेवी मंदिरों) में सभी आवश्यक सुविधाओं के लिए पर्यटन विभाग तथा अन्य संबंधित विभाग संयुक्त रूप से तीन नवंबर तक अनिवार्य रूप से प्रस्तावों का ड्राफ्ट तैयार करें। इस दौरान जिलाधिकारी ने जागेश्वर मंदिर के लिए बाईपास रोड के प्रस्ताव को भी शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जागेश्वर के मुख्य मंदिर मार्ग को स्टेट हाईवे के मानकों में लाने, एनएच के चौड़ीकरण तथा सुधारीकरण, अरतोला पार्किंग के विस्तारीकरण के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि पनुवानौला बाजार में पर्यटन की दृष्टि से सभी मूलभूत सुविधाओं के प्रस्ताव भी तैयार किए जाएं। इस दौरान चितई गोलज्यु मंदिर में पार्किंग के विस्तारीकरण, कसार देवी रोड के सुधारीकरण, झांकर सैम मंदिर के पहुंच मार्ग को अपग्रेड करने के प्रस्ताव तैयार करने समेत आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस दौरान जिला पर्यटन अधिकारी अमित लोहनी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

मानसखण्ड़ कैरिडोर के विकास के लिये स्कन्द पुराण का संन्दर्भ जरूरी ,।

स्कन्द पुराण में वर्णित पर्यटक स्थलों को कैरिडोर में शामिल करना भी पर्यटन विभाग का लक्ष्य होना चाहिये , जिस प्रकार स्कन्द पुराण में केदार खण्ड़ का महात्म्य है, उसी प्रकार इस ग्रन्थ में ही मानस खण्ड़ का भी महात्म्य है । आध्यात्मिक अभिरुचि वाले पर्यटक स्कन्द पुराण का सन्दर्भ लेकर आते है पर आम वोंगों को इनकी जानकारी नही है सामान्यत: उत्तराखण्ड़ के केदार खण्ड को मोक्ष्य.भूमि तखा मानसखण्ड को साधना व ज्ञान की भूमि माना जाता है ।।

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