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जोशीमठ – सी एम पुष्कर धामी आज अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार जोशीमठ पहुंचे वहां पहुँचने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घर-घर जाकर स्थानीय लोगों का हालचाल जाना वही पुष्कर सिंह धामी ने स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया कि सरकार उनकी हर संम्भव मदद करेगी उन्होंने कहा कि जोशीमठ आपदा प्रभावित क्षेत्र हैं।उनको हर संभव मदद दी जाएगी , उन्होंने एक टीम गठित की उन्होंने कहा कि प्रशासन की टीम प्रत्येक वार्ड में जाकर जायजा लेगी और जो भी जरूरत का सामान होगा स्थानीय लोगों तक पहुंचाया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने रोई घोषणा तो नही की पर कहा कि नह देहरादून जाकर इस आपदा पर रैविनेट की बैठक करेंगे । उसरे बाद ही सरकार निप्णय वेगी गढवाल कमिष्नर के अनुसार लगभग चालीस प्रतिशत शहर आपदा की जद में है इस पर कार्यवाही अपेक्षित है ।

जोशीमठ बचाओं संघर्ष समिति के नेता अतुल सती ने कहा है कि वह पिछले चौदह महिने से लगातार जोशीमठ के हालातों को सरकार के सामने उठाते रहे है पर सरकार अब चेती है ।

केन्द्र सरकार भी अलर्ट मोड़ में बिठाई जांच


केन्द्र सरकार भी अब जोशिमठ को लेकर अलर्ट मोड़ में है केन्द्र सरकार के जलशक्ति मंत्रालय ने एक समिति का गठन किया है ,समिति जोशीमठ में भू धसाव की घटना की विस्तृत जांच करेगी। जल शक्ति मंत्रालय की ओर से जारी एक कार्यालय ज्ञापन में कहा गया कि कमेटी में पर्यावरण और वन मंत्रालय, केंद्रीय जल आयोग, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और स्वच्छ गंगा मिशन के एक्सपर्ट को शामिल किया गया है यह समितु 3 दिन में जांच रिपोर्ट देगी केंद्रीय समिति
केंद्र सरकार की ओर से गठित जांच समिति तेजी से जमीन धंसने की घटना का अध्ययन करेगी और 3 दिन में यह रिपोर्ट सौंपेगी। जल शक्ति मंत्रालय की ओर से ज्ञापन में कहा गया कि समिति बस्तियों, इमारतों, हाईवे, बुनियादी ढांचे और नदी प्रणाली पर भू धसाव के प्रभावों का पता लगाएगी

शंकराचार्य ने खटखटाया सुप्रिम कोर्ट का दरवाजा

इधर ज्योतिष्पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज की ओर से सुप्रीम कोर्ट में यह याचिका दाखिल की गई है।
इस याचिका में भू-स्खलन, भू धंसाव, भूमि फटने जैसी घटनाओं को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर त्वरित और कारगर कदम उठाने के आदेश केंद्र और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को देने की मांग करते हुए इस क्षेत्र की जनता के जान- माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गुहार लगाई गई है । याचिका में आपदा से प्रभावित होने वाले लोगों के पुनर्वास के साथ उनको आर्थिक मदद मुहैया कराने का भी आदेश देने का आग्रह किया गया है। साथ ही NTPC और सीमा सड़क संगठन को भी वहाँ पर राहत कार्यों में मदद करने का आदेश दिए जाने की मांग की गई है

अब कर्ण प्रयाग के बहुगुणा नगर में भी भू -धसाव

जोशीमठ में भू-धंसाव की समस्या बढती जा रही है वही अब कर्णप्रयाग बहुगुणानगर, सीएमपी बैंड और सब्जी मंडी के ऊपरी भाग में रहने वाले 50 से अधिक परिवार भी अब दहशत में हैं। यहां मकानों की दीवारों व आंगन में मोटी मोटी दरारें पड़ी हैं ।साथ ही मकानों की छत आपदा का दर्द बयां कर रहे हैं।इस भाग में बरसात के दौरान तेजी से भू-धंसाव हुआ था। जिसके चलते बहुगुणा नगर मे 50 से अधिक घरों मे भू धसाव के चलते बड़ी बड़ी दरारें आ चुकी हैं जिस कारण यहां रह रहे लोगो को बरसात के समय राते बीते 2 साल से बहुगुणा नगर के इन मकानों में मोटी मोटी दरारें पड़ना सुरू हो चुकी हैं अब हालत यह हैं कि यहां कई लोगो ने अपने मकानों को छोड़ना शुरू कर दियाहै जबकि अधिकांश परिवार खौफ के साये में टूटे मकानों में ही रहने के लिए मजबूर हैं। हालत यह है कि भू-धंसाव के बाद भी प्रशासन व आपदा प्रबंधन की ओर से सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए गए। ना ही सुध ली गई है ।

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