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विश्व बौद्ध शिखर सम्मेलन को सम्बोधित करते हुवे प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि दुनिया में ऐसी कोई समस्या नही है जिसका समाधान महात्मा बुद्ध ने ना दिया हो , प्रधानमन्त्री ने बुद्ध के उपदेश का हवीला देते हुवे कहा , कि जीत बैर को जन्म देती है और हारा हुवा ब्यक्ति दु:ख की नीद सोता है ।, भगवान बुद्ध ने युद्ध से उबरने का रास्ता बताया । बुद्ध ने कहा का बैर से बैर करने से बैर शान्त नही होता , बैर अबैर से शान्त होता है । संघों के बीच एकता से भी सुख मिलता है । पर्धानमन्त्री ने महात्मा बुद्ध का हवाला देते हुवे कहा कि बुद्ध कहते है कि पहले खुद अच्छा ब्यवहार करें तभी दूसरों को उपदेश दें । महात्मां गांधी समेत कई नेताओं ने बुद्ध के इस बचन से प्रेरणा पाई थी । बुद्ध ने कहा अपदीपों भव : यनि अपना प्रकाश स्वयं बनों
प्रधानमंन्त्री ने कहा कि उन्होंने कुछ साल पहले दुनिया को संयुक्त राष्ट्र संघ मे कहा था कि भारत ने दुनिया को युद्ध नही , अपितु बुद्ध दिये है ।
दिल्ली मे 20-21 अप्रेल तक विश्व बौद्ध शिखर सम्मेलन चला जिलमे प्रधानमन्त्री मे अपनी बात रखी इन दिनों भारत के पेरियाल के चेले अम्बेदकर व बुद्ध की आड़ वेकर दो सनातन धर्म की पुस्तकों का दहन कर रहे है उसमें प्रधानमन्त्री बुद्ध के हवाले से कहा गया यह कथन महत्वपूर्ण है कि बैर से बैर को नही जीता जा सकता पर बुद्ध की आड लेकर ब्राह्मणों को कोसने व धर्म ग्रन्थों को जलाने की परिपाटी चल पड़ी है सरकार को भी इसका संज्ञान लेना चाहिये ।