40 total views

आईआईटी रुड़की में भूकम्प इंजीनियरिंग पर 17 वीं संगोष्ठी का सोमवार को आयोजन किया गया जिसमें 14 देशों के भूवैज्ञानिक, भूकम्पविदों और कई वैज्ञानिकों ने प्रतिभाग किया। वही कार्यक्रम में मुख्य सचिव एसएस संधू ने भी शिरकत की। इस दौरान उन्होंने आईआईटी के भूकम्प विभाग का बारीकी से निरीक्षण किया सोमवार को IIT रुड़की के मैक ऑडिटोरियम में आयोजित संगोष्ठी में उत्तराखंड के मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने कहा कि भूकंप इंजीनियरिंग पर संगोष्ठी जैसे कार्यक्रम भूकंप के खतरों के बारे में ज्ञान का प्रसार और जागरूकता फैलाने में मदद करते हैं।हाल ही के दिनों में कई भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं ऐसे में भूकंप को लेकर उनके मन में भी कई तरह के सवाल उत्पन्न होते हैं। उन्होंने कहा कि भूकंप को तो आने से नहीं रोका जा सकता हैं लेकिन इसके खतरे और इससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भूकंप को लेकर सभी को जागरूक होने की जरूरत है। पिछले कुछ वर्षों से भूकंप को लेकर जनसामान्य भी जागरूकता आई है ।उन्होंने कहा कि यह संगोष्ठी आने समय में बेहद कारगर साबित होगी। साथ ही आइआइटी रुड़की जिस तरह से भूकंप के क्षेत्र में काम कर रहा है वह सराहनीय है। इस दौरान उन्होंने कहा कि चार दिनों तक चलने वाली इस संगोष्ठी में भूकम्प से कैसे बचा जा सके और जानमाल के नुकसान को कैसे रोका जा सके इन सभी बिंदुओं पर विचार विमर्श किया जायेगा ।

भूकम्प से निपटने मे जापानी विशेषज्ञों की मदद लेगा उत्तराखण्ड़ – सी एम

उत्तराखंड मे आपदा प्रबन्धन संस्थान के लिए राज्य सरकार जापान से तकनीकि सहयोग लेगी । यह जानकारी देते हुवे मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन, कृषि, हार्टीकल्चर के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। इनको बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की ओर से लगातार प्रयास भी किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों की वैल्यू एडिशन कर मार्केटिंग में जापान से सहयोग की संम्भावनाओं को तलाशा जाय
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के स्थानीय सांस्कृतिक विरासत से संबंधित जानकारी एवं अन्य अध्ययन के लिए जापान से कोई भी प्रतिनिधिमंडल उत्तराखंड आना चाहते हैं, तो उनका देवभूमि उत्तराखण्ड में स्वागत है। राज्य द्वारा इसके लिए हर संभव सहयोग दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड योग, आयुष, वैलनेस टूररिज्म के क्षेत्र में अग्रणी राज्य है। इन क्षेत्रों में जापान को जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी, वह दी जाएगी।
इस बैठक में सांसद एवं फिक्की फोरम ऑफ पार्लियामेंटेरियन्स के अध्यक्ष राजीव प्रताप रूडी, भारत जापान दूतावास के उप प्रमुख कुनिहिको कावाजू, फिक्की के डिप्टी सेक्रेटरी जनरल मनीष सिंघल, सचिव डा . पंकज कुमार पांडेय, बीवीआरसी पुरूषोत्तम, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा आदि उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.