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अल्मोड़ा ग्रीन हिल्स ट्रष्ट द्वारा बल्ढौटी ढुगाधारा को हरा भरा बनाने के लिये पिछले कुछ वर्षों से लगातार पहल व प्रयास किये जा रहे है ।अब संस्था की इस मुहिम मे कई समाजसेवी व गण्यमान्य लोग जुट  रहे है , डा बसुधा पन्त के नेतृत्व मे  कई लोग स्व प्रेरणा से अभियान जुड़  कर बृक्षारोपण  कर रहे है । बल्ढौटी गधेरा पानी  का एक प्राकृतिक स्रोत भी है किसी जमाने मे यह ढुगाधारा मुहल्ले की  पानी की समस्या को दूर करता था किन्तु धीरे-धीरे  इस गधेरे मे पानी की कमी होने लगी है , बल्ढौटी गधेरे से एस एस बी के जवान भी लाभ लेते है ,यदि ग्रीन हिल्स की यह मुहिम रंग लाती है तो यह ईलाका हरा भरा व खूबसूरत हो जायेगा

इस सम्बन्ध में संस्था की की सचिव डा़ बसुधा पन्त ने बताया कि ग्रीन हिल्स संस्था के द्वारा बल्ढौटी गधेरे के रिचार्ज जोन 3 एवं 4 में 8 जुलाय से लगातार वृक्षारोपण किया जा रहा है| यह क्षेत्र आयकर विभाग के पास से उदयशंकर अकादमी के पीछे तक जाता है| अभी तक विभिन्न प्रजातियों बांज , उतीस, शहतूत, सुरइ , रीठा, सिल्वर ओक , वितैन, मेहल, पदम्, मणिपुरी बांज, बोटल ब्रश आदि के ३२०० पौधों का रोपण किया जा चुका है| ग्रीन हिल्स संस्था की सचिव डा वसुधा पन्त के द्वारा अल्मोड़ा के समस्त निवासियों से पौधारोपण में डिजिटल प्लेटफोर्म के माध्यम से सहयोग करने के लिए आमंत्रित किया गया था जिसमें लगातार लोग अपना श्रमदान दे रहे है| इनमें से मुख्यतया आदित्य पांडेजी,चन्दन बिष्ट, जयमित्र बिष्ट, मनोज गुप्ता, दीप्ती तिवारी, अमन, रुद्राक्ष, जयेश, प्रणव, भूपेन्द्र वाल्दिया आदि का सहयोग वर्णनीय है| कई लोगों ने जो अभी तक नहीं आ पाए हैं आगे भी इसमें प्रतिभाग करने की इच्छा जाहिर की है| फिलहाल 5000 पौधारोपण का उद्देश्य है|
पिछले वर्ष रिचार्ज ज़ोन 1 एवं २ में पौधारोपण किया गया था| आग एवं जानवरों से उनकी सुरक्षा करी गई एवं गर्मी की स्तिथि में पानी का भी प्रभंधा किआ गया| इस कारण 90 प्रतिशत पौधे जीवित हैं जो बहुत बड़ी उपलब्धि है| अभी भी जहाँ पर पौधारोपण किया जा रहा है उनकी सुरक्षा के लिए तार बाड़ लगाई जा रही है| हम लोगों से अप्पेल करते हैं कुछ वर्षों के लिए अपने जानवरों को तार बाड़ के अन्दर न जाने दें| यह प्लान्टेशन आने वाली पीढ़ी के लिए है मिलकर इसकी सुरक्षा करें|

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