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राज्य मे अन्ध विस्वास व रूढिगत परम्पराओं के कारण जिस प्रकार लैन्ड जेहाद पनप रहा है उसे देखते हुवे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कहा कि ‘जमीन जिहाद’ के नाम पर उत्तराखंड का माहौल खराब नहीं होने दिया जाएगा। इस लैन्ड जेहाद के कारण लोगो मे काफी असन्तोष है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सरकारी जमीन पर बिना अनुमति के बने ढांचों को हटाने के लिए चल रहे राज्यव्यापी अभियान का समर्थन करते हुए कहा कि अवैध अतिक्रमण यहां नहीं होगा। लैंड जिहाद के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में इस तरह की गतिविधियों को पनपने नहीं दिया जाएगा और इन्हें पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा। सीएम धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में एक भी अवैध धर्मस्थल या धार्मिक संरचनाओं को रहने नहीं दिया जाएगा।
उत्तराखंड में अवैध निर्माण पर प्रशासन का एक्शन
शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी श्री कृष्ण निवास आश्रम में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने ‘जमीन जिहाद’ का उल्लेख करते हुए अल्टीमेटम दे दिया। सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड दो देशों (चीन और नेपाल) के साथ अपनी सीमाओं को साझा करता है। एक विशेष समुदाय ने अवैध रूप से राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में भूमि और ढांचों का अतिक्रमण किया था, जिसे एक अभियान के तहत हटाया जा रहा है। भूमि जिहाद के नाम पर अवैध अतिक्रमण नहीं होने देंगे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में किसी भी तरह का अवैध अतिक्रमण नहीं रहने दिया जाएगा। भूमि जिहाद के नाम पर अवैध अतिक्रमण को उत्तराखंड में माहौल खराब करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सीएम धामी ने का कि राज्य सरकार पहले ही अतिक्रमणकारियों से अपील कर चुकी है कि वे खुद ऐसे ढांचों को हटा दें नहीं तो प्रशासन ऐसे ढांचों को गिरा देगा।
गौरतलब है कि पिछले महीने, मुख्यमंत्री धामी ने अवैध रूप से निर्मित मज़ारों (मकबरों) पर कब्जा करने वालों को चेतावनी दी थी कि वे उन्हें खुद से हटा दें, नहीं तो प्रशासन उनके खिलाफ एक्शन लेगा। सीएम धामी ने आज एक बार फिर दोहराया कि उनकी सरकार राज्य में “भूमि जिहाद” की अनुमति नहीं देगी। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि राज्य में अवैध रूप से बने एक भी धार्मिक ढांचे को खड़ा नहीं रहने दिया जाएगा। सभी अवैध ढांचे को पूरी तरह से गिरा दिया जाएगा।

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